tag:blogger.com,1999:blog-2591054088864721789.post173489767124178234..comments2022-11-12T19:12:03.163+05:30Comments on छंद प्रसंग: (शोक गीत)भारतेंदु मिश्रhttp://www.blogger.com/profile/07653905909235341963noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-2591054088864721789.post-21418859432140850322010-03-19T13:07:35.367+05:302010-03-19T13:07:35.367+05:30इस कविता को पढ़कर भाई रामलखन का सीधा-सादा व्यक्तिचि...इस कविता को पढ़कर भाई रामलखन का सीधा-सादा व्यक्तिचित्र आँखों के आगे आ खड़ा हुआ। रामलखन ने जीवनभर निर्धनता की मार को झेला लेकिन सिद्धांतो को नहीं छोड़ा। आपने ठीक ही लिखा है--तिकड्म की दुनिया मे रहकर<br />बहुत जी गये रामलखन<br />बड़े बड़ों के बीच<br />छुपे रुस्तम निकले तुम रामलखन।<br /><br />देर से ही सही, उस रुस्तम को मेरी ओर से भी हार्दिक श्रद्धांजलि।बलराम अग्रवालhttps://www.blogger.com/profile/04819113049257907444noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2591054088864721789.post-54687555909148560022010-01-15T11:25:39.659+05:302010-01-15T11:25:39.659+05:30हिंदी ब्लाग लेखन के लिये स्वागत और बधाई । अन्य ब्ल...हिंदी ब्लाग लेखन के लिये स्वागत और बधाई । अन्य ब्लागों को भी पढ़ें और अपनी बहुमूल्य टिप्पणियां देने का कष्ट करेंअजय कुमारhttps://www.blogger.com/profile/15547441026727356931noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2591054088864721789.post-77541466901063612672010-01-14T21:03:13.612+05:302010-01-14T21:03:13.612+05:30कविता के रूप में आपने एक सच्ची श्रृद्धांजलि !कविता के रूप में आपने एक सच्ची श्रृद्धांजलि !सुभाष नीरवhttps://www.blogger.com/profile/03126575478140833321noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2591054088864721789.post-8216427842794557112009-08-25T16:36:25.729+05:302009-08-25T16:36:25.729+05:30Haardik sriddhanjali.
वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाएं,...Haardik sriddhanjali.<br /><a href="http://sb.samwaad.com/" rel="nofollow">वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाएं, राष्ट्र को उन्नति पथ पर ले जाएं।</a>Anonymousnoreply@blogger.com